वनवास से लौटने के बाद श्रीराम अयोध्या के राजा बने | राजगद्दी पर बैठने के बाद उन्होंने लक्ष्मण से कहा की पता लगाओ की हमारे राज्य में कोई भूखा तो नहीं है | खोजबीन करने के बाद लक्ष्मण ने कहा कोई इंसान तो नहीं पर एक स्वान रो रहा है | श्रीराम ने उस स्वान से रोने का कारन पूछा तो उसने बताया की एक आदमी ने मुझे डंडे से मारा है | पता करने पर ये बात पता चली की आने जाने वाले रास्ते पर सोने के कारन उस व्यक्ति ने कुत्ते को डंडा मार दिया | श्रीराम ने पूछा की तुम्हे मारने वाले इंसान को क्या दंड दी जाये? स्वान ने कहा की उसे मठाधीश बना दिया जाये | यदि वह mathadhish या कोई कार्य का प्रमुख बन जायेगा तो निश्चित हे की वह अहंकारी हो जायेगा | ahankarvash उससे कई गलत काम हो जायेगा |isse उसकी चारो ओर उसकी निंदा होगी अगर उसका कृत्या अत्यधिक निंदनीय होगा तो उसे डंडे भी खाने पद सकता है |
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